हिंदू मुस्लिम सीख ईसाई
सब है हम भाई भाई
सबका मालिक एक है...
बोले साई
सब है हम भाई भाई
विश्वस्वधर्म सुर्ये पाहो...
मांगे ग्यानाई
सब है हम भाई भाई
तेरा साई तुझ मे है
कहे कबिरा सच्चाइ
सब है हम भाई भाई
You are work of God..
says Isaai
सब है हम भाई भाई
वृक्ष की छाया
आकाश की माया
है एक...
पेट की भूख
जल की प्यास
है एक...
धर्म, जात का फिर भेद
क्यों है भाई
सब है हम भाई भाई
सच्चा हिंदू
सच्चा मुसलमान
न बनो तुम...
घर किसी का न जलाओ तुम
सच्चा इंसान बन मेरे भाई...
सब है हम भाई भाई
ध्यान से सब सुनो भाई
कबीर की वाणी
बडी सुहानी
सुझबुझ है सबको अपनानी...
हिन्दू कहें मोहि राम पियारा, तुर्क कहें रहमाना,
आपस में दोउ लड़ी-लड़ी मुए, मरम न कोउ जाना।
अर्थ: कबीर कहते हैं कि हिन्दू राम के भक्त हैं और तुर्क (मुस्लिम) को रहमान प्यारा है। इसी बात पर दोनों लड़-लड़ कर मौत के मुंह में जा पहुंचे, तब भी दोनों में से कोई सच को न जान पाया।